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UP Election 2022: सपा का ऐलान- करहल सीट से चुनाव लड़ेंगे अखिलेश, कैसे हैं समीकरण?

लखनऊः यूपी चुनावी मैदान (UP Election 2022) में अब सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव भी ताल ठोंकते नजर आएंगे. अखिलेश यादव मैनपुरी के करहल विधानसभा सीट (Karhal Assembly Seat) से चुनाव लड़ेंगे. समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की ओर से इसका आधिकारिक तौर पर ऐलान कर दिया गया है.

इस खबर में ये है खास

  • करहल की मौजूदा स्थिति
  • करहल का राजनीतिक इतिहास
  • करहल सीट के जातीय समीकरण
  • मुलायम सिंह यादव से रिश्ता

करहल की मौजूदा स्थिति

यादव बाहुल्य मैनपुरी जिला मुख्यालय से करीब 35 किमोमीटर दूर करहल विधानसभा क्षेत्र आता है. ये सीट मुलायम के गृह जिले इटावा के करीब है. अखिलेश की सरकार में बनाई गई आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे भी इस करहल इलाके के बीच से गुजरती है. इटावा हो या मैनपुरी दोनों ही समाजवादियों का गढ़ है, लिहाजा मैनपुरी के करहल में विकास का काम भी खूब दिखता है. यहां शिक्षा के क्षेत्र की हालत ठीक-ठाक कही जा सकती है क्योंकि करीब 30 कॉलेज हैं.

करहल का राजनीतिक इतिहास

करहल विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी का सात बार कब्जा रहा है. इस विधासभा सीट से 1985 में दलित मजदूर किसान पार्टी के बाबूराम यादव, 1989 और 1991 में समाजवादी जनता पार्टी और 1993, 1996 में सपा के टिकट पर बाबूराम यादव विधायक निर्वाचित हुए. 2000 के उपचुनाव में सपा के अनिल यादव, 2002 में बीजेपी और 2007, 2012 और 2017 में सपा के टिकट पर सोवरन सिंह यादव विधायक चुने गए. 32 साल से इस सीट पर समाजवादी पार्टी का दबदबा रहा है. 2002 में सोवरन सिंह यादव ने यह सीट बीजेपी की झोली में डाली थी, जो बाद में सपा में शामिल हो गए.

करहल सीट के जातीय समीकरण

करहल विधानसभा सीट पर यादव वोट 144123 है. जबकि 14183 वोटर मुस्लिम हैं. इसके अलावा शाक्य (34,946), ठाकुर (24,737), ब्राह्मण (14,300), लोधी 10,833) और जाटव (33,688) वोटर्स का भी दबदबा है. करहल विधानसभा में कुल मतदाता 3,71,261 हैं, जिसमें से पुरुष (2,01,394) और महिला (1,69,851) इसके अलावा 39 शहरी और 475 ग्रामीण पोलिंग स्टेशन हैं.

मुलायम सिंह यादव से रिश्ता

मैनपुरी के करहल से नेताजी ने शुरुआती पढ़ाई लिखाई की और जिस जैन इंटर कॉलेज से वो पढ़े-लिखे बाद में वहीं शिक्षक बन गए. जब नेतागीरी करने लगे तो मैनपुरी नेताजी का कर्मभूमि बनी. करहल कभी मुलायम सिंह के राजनीतिक गुरु नत्थू सिंह यादव की सीट रही है. हालांकि बाद में वे जसवंतनगर सीट पर चले गए थे. साल 1967 के विधानसभा चुनाव में जसवंतनगर सीट को नत्थू सिंह ने छोड़ कर मुलायम सिंह यादव को चुनाव मैदान में उतार दिया. इस तरह पहली दफा मुलायम सिंह यादव 1967 में विधायक बन करके विधानसभा में पहुंचे थे. मुलायम 5 बार मैनपुरी से लोकसभा पहुंच चुके हैं. वर्तमान में भी वे मैनपुरी से सांसद हैं.

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