भारत ने केपटाउन टेस्ट हारने के साथ ही दक्षिण अफ्रीका से गंवाई सीरीज, विराट कोहली ने बताई हार की वजह
नई दिल्ली. भारतीय टीम को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के तीसरे और निर्णायक टेस्ट मैच (IND vs SA 3rd Test) में शुक्रवार को 7 विकेट से करारी हार झेलनी पड़ी. इस जीत से दक्षिण अफ्रीकी टीम ने 3 मैचों की सीरीज 2-1 से जीत ली. मेजबानों ने अपने अनुशासित प्रदर्शन से दुनिया की नंबर-1 टीम भारत का ‘अंतिम किला फतह’ करने का सपना दुस्वप्न में बदल दिया. विराट कोहली (Virat Kohli) ने हार के लिए खराब बल्लेबाजी को जिम्मेदार बताया. उन्होंने साथ ही कहा कि टीम के खिलाड़ियों की एकाग्रता में भी कमी आई.
दक्षिण अफ्रीका के सामने 212 रन का लक्ष्य था जो उसने 3 विकेट खोकर चौथे दिन हासिल किया. इसमें कीगन पीटरसन (113) गेंदों पर 82 रन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने तीसरे दिन कप्तान डीन एल्गर (30) के साथ 78 रन की साझेदारी करके मजबूत नींव रखी थी. विराट कोहली ने कहा, ‘लगता है कि यह सभी के लिए टेस्ट क्रिकेट का एक शानदार मुकाबला है. हमने पहले मैच में अच्छा खेल दिखाया. दक्षिण अफ्रीका ने दूसरे मैच में अच्छी वापसी की और तीसरे में भी लय बरकरार रखी. अहम मौकों में भी हमारी ओर से एकाग्रता में कुछ कमी आई. मुझे लगा कि दक्षिण अफ्रीका ने उन महत्वपूर्ण पलों में मेजबान टीम ने बेहतर प्रदर्शन किया, वह पूरी तरह से जीत की हकदार थी.’विज्ञापन
भारत के पास दक्षिण अफ्रीका में पहली बार सीरीज जीतने का बेहतरीन मौका था. उसने सेंचुरियन में पहला टेस्ट मैच 113 रन से जीतकर शानदार शुरुआत की थी लेकिन जोहानिसबर्ग में दूसरा मैच 7 विकेट से हार गया. इस तरह से भारत ने 7वीं बार दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज गंवाई. उसने एक बार 2010-11 में सीरीज 1-1 से बराबर की थी. कोहली ने आगे कहा, ‘यह बल्लेबाजी ही थी (जिसके कारण हारे). इसके अलावा किसी और किसी अन्य पहलू पर सवाल नहीं उठा सकते. लोग तेज गेंदबाजी और उछाल के बारे में बात करते हैं, उनकी (दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाज) लंबाई को देखते हुए, वे तीनों टेस्ट मैचों में विकेट से ज्यादा मदद प्राप्त करने में सक्षम रहे.
भारतीय टेस्ट कप्तान ने कहा, ‘अहम क्षणों में एकाग्रता की कमी की कीमत हमें चुकानी पड़ी. विरोधी टीम उन क्षणों को अपने नाम करने में सफल रही. दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाज हम पर काफी देर तक दबाव बनाए रखने और हमें गलतियां करने के लिए मजबूर करने में सफल रहे. वे इन परिस्थितियों को अच्छी तरह समझते हैं.
भारतीय टीम दूसरी पारी में ऋषभ पंत की शतकीय पारी के बाद भी 198 रन ही बना सकी जिससे दक्षिण अफ्रीका को ज्यादा बड़ा लक्ष्य नहीं मिला. उन्होंने कहा, ‘बल्लेबाजी में सुधार जरूरी है, मैं इससे भाग नहीं रहा हूं. सीरीज के दौरान कई बार हमारे एक बल्लेबाज के पैवेलियन लौटने के बाद लगातार कई विकेट गिरे. यह अच्छी चीज नहीं है. जाहिर है कि इससे काफी निराश हूं.’
उन्होंने कहा, ‘हमें पता है कि एक टीम के तौर पर हमने कितना लंबा सफर तय किया है. लोग यह उम्मीद कर रहे थे कि हम दक्षिण अफ्रीका को उसकी सरजमीं पर हरा सकते हैं, यह हमारी पिछली सफलताओं की गवाही है. इस बार हम ऐसा नहीं कर सकें और यही सच्चाई है. इसे स्वीकार कर के और बेहतर क्रिकेटरों के तौर पर वापसी करेंगे. हम इस जीत का श्रेय दक्षिण अफ्रीकी टीम को भी देना चाहेंगे.’
कोहली ने सीरीज के दौरान लोकेश राहुल और मयंक अग्रवाल की बल्लेबाजी की तारीफ की. उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि लोकेश राहुल ने एक सलामी बल्लेबाज के रूप में जिस तरह से बल्लेबाजी की वह बेहतरीन था, मयंक ने भी कई मौकों पर अच्छा किया. हमारी गेंदबाजी शानदार थी. इस टेस्ट में ऋषभ की पारी खास थी, सेंचुरियन जीत भी खास थी.’