UP Election 2022: सपा, बसपा, कांग्रेस और बीजेपी सबकी पहली लिस्ट आई, 5 प्वाइंट में समझिए यूपी के ताजा हालात
भाजपा (BJP), समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party), बसपा (BSP) और कांग्रेस (Congress) की अब पहली लिस्ट सामने आ चुकी है. यही नहीं असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने भी अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है.
लखनऊः यूपी विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) के लिए धीरे-धीरे तस्वीर साफ होने लगी है. सभी दलों की ओर से अपने प्रत्याशियों का ऐलान शुरू हो गया है. भाजपा (BJP), समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party), बसपा (BSP) और कांग्रेस (Congress) की अब पहली लिस्ट सामने आ चुकी है. यही नहीं पहली बार यूपी में अपनी किस्मत आजमाने उतरे असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की पार्टी AIMIM ने यूपी विधानसभा चुनाव के लिए पहली लिस्ट (AIMIM Candidate First List) जारी कर दी है.
इस खबर में ये है खास
- बीजेपी ने किया डैमेज कंट्रोल
- प्रियंका के वादे को पार्टी ने निभाया
- सपा गठबंधन में मुस्लिमों पर दांव
- बसपा की सोशल इंजीनियरिंग में कौन फंसेगा?
- ओवैसी बिगाड़ेंगे विपक्ष का गेम?
बीजेपी ने किया डैमेज कंट्रोल
हाल ही में बीजेपी में काफी भगदड़ देखने को मिली थी. स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ पार्टी छोड़ कर जाने वाले सभी विधायकों ने एक सुर में बीजेपी पर पिछड़ा और दलित विरोधी होने का आरोप लगाया था. डैमेज कंट्रोल करते हुए बीजेपी ने पहली लिस्ट में 107 प्रत्याशियों के नाम घोषित किए हैं, जिसमें 60% OBC और दलित उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है. बीजेपी ने 44 पिछड़ी जाति के, 19 अनुसूचित जाति के लोगों को प्रत्याशी बनाया है तो 10 महिलाओं को भी टिकट दिया है. सबसे खास बात ये है कि पहली लिस्ट में एक भी मुस्लिम को टिकट नहीं दी गई है.
प्रियंका के वादे को पार्टी ने निभाया
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने यूपी में आधी आबादी को फोकस करते हुए चुनावों में 40 फीसदी महिलाओं को टिकट देने का वादा किया था. कांग्रेस ने अपनी पहली लिस्ट में 125 प्रत्याशियों के नाम घोषित किए. पार्टी ने 50 महिलाओं को उम्मीदवार बनाया गया है, वहीं 20 मुस्लिम समुदाय के लोगों को स्थान दिया है. सबसे ज्यादा दलित वर्ग के 33 कैंडिडेट को टिकट दिया गया है. 23 OBC को और 20 मुस्लिमों को प्रत्याशी बनाया गया है. 18 ब्राह्मणों तो 14 ठाकुर वर्ग को तो 10 वैश्य समाज से और 3 सिख प्रत्याशियों को टिकट मिला है.
सपा गठबंधन में मुस्लिमों पर दांव
सपा-रालोद गठबंधन में अभी तक सिर्फ 36 प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया गया है. पहली लिस्ट में भी सपा को 10 और रालोद को 19 सीटें मिली थीं. जबकि दूसरी लिस्ट में सभी 7 सीटें रालोद के खाते में गईं. सपा ने MY समीकरण को फिर से दोहराया है. तो वहीं रालोद के लिए कभी जीत के सूत्रधार रहे जाट-मुस्लिम समीकरण पर दोनों दलों ने ही भरोसा जताया है. रालोद ने 26 में से 4 को तो वहीं सपा ने 10 में से 5 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया.
बसपा की सोशल इंजीनियरिंग में कौन फंसेगा?
बसपा की सोशल इंजीनियरिंग से सपा और भाजपा दोनों परेशान हो गए हैं. मायावती ने अभी सिर्फ 53 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किया है. 53 में से 14 सीटों पर मुस्लिमों को और 9 सीटों पर दलितों को टिकट दिया है. इस बार के चुनाव में माना जा रहा है कि मुस्लिम समाज का झुकाव सपा की तरफ है लेकिन मायावती ने मुस्लिमों पर दांव लगाकर नई चाल चल दी है. बसपा की रणनीति हर जिले में 2-3 मुस्लिम प्रत्याशी उतारने की है.
पहली बार यूपी में अपनी किस्मत आजमाने उतरे असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की पार्टी AIMIM ने यूपी विधानसभा चुनाव के लिए पहली लिस्ट (AIMIM Candidate First List) जारी कर दी है. इसी लिस्ट में 9 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की गई है. सभी सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवारों को उतारा गया है. ओवैसी के आने से विपक्ष खासा परेशान है. राजनीति के पंडितों के अनुसार ओवैसी के उम्मीदवार वोटकटवा साबित होकर विपक्ष का गेम बिगाड़ सकते हैं.